स्नेह का बंधन – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi

Post View 798  14 वर्ष की अल्पायु में उसके सिर से पिता का साया उठ गया था। गरीबी इतनी कि 2 जून की रोटी की भी जुगाड़ नहीं। राजन….. जी हां यही नाम था उसका, परिस्थितियां बिल्कुल नाम के विपरीत, हौंसले यथा नाम। पिता की असमय मृत्यु ने अंदर तक झकझोर दिया था उसको, उसका … Continue reading स्नेह का बंधन – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi