‘ स्नेह का बंधन’ – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

Post Views: 7 कुछ …मेरे ही…करम रहे होंगे ….जाने किस ..करम की सजा दे ….रहा है भगवान मुझे, अपने आप…..तो चले गए ……ठाकुर साहब मुझे जाने……क्यों नहीं बुलाते …अपने पास? सांसों की तार कोई धागा …तो नहीं… जो मैं खींच कर तोड़ दूं। कहते कहते आंखों से अविरल अश्रु धारा चल पड़ी उनकी आंखों से। … Continue reading ‘ स्नेह का बंधन’ – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi