स्नेह बंधन – रश्मि प्रकाश

Post View 3,019 “ कहाँ ख़्यालों में खोई हुई हो.. कब से रज्जो चाय रख कर गई वो भी ठंडी हो गई होगी ।” नरेंद्र ने मान्या को ख़्यालों में खोया देख कर कहा “ कुछ नहीं जी दोनों बच्चों को यूँ बारिश में भीगता देख कुहू और पीहू की याद आ गई , ये … Continue reading स्नेह बंधन – रश्मि प्रकाश