सिसकियाँ – अनुज सारस्वत

Post Views: 46 “आह सुबक सुबक (सिसकियों की आवाज)” कंचनजंघा(हिमालय की एक चोटी का नाम) ने देखा यह आवाज कहाँ से आ रही है ध्यान दिया तो देखा पर्वतराज हिमालय की आवाज थी फिर वो बोली। “क्या हुआ दादा आज आप इतने व्यथित क्यों हों ?आज से पहले आपका रूदन नही देखा” हिमालय कराहते हुये … Continue reading सिसकियाँ – अनुज सारस्वत