सिर्फ़ बहु से बेटी बनने की उम्मीद क्यों ?? : Moral Stories in Hindi

सुबह -सुबह घर की घंटी बजी , देविका ने दरवाजा खोल कर देखा तो सामने शर्मा ऑन्टी थीं।  उसने अभिवादन कर उन्हें बैठाया।  तभी उसकी सासूमाँ सरिता जी भी अपने कमरे से बाहर आकर हॉल में बैठ गयी।  दोनों बातें करने लगी।  देविका चाय-नाश्ता लेकर हॉल में पहुँची तो उसकी सास हर बार की तरह … Continue reading सिर्फ़ बहु से बेटी बनने की उम्मीद क्यों ?? : Moral Stories in Hindi