शुभंकरी – दीप्ति सिंह

Post Views: 2 विवाह के छह वर्ष पश्चात आधुनिक चिकित्सा पद्धति से निराश हो कर मुक्ता और राघव ने अनाथाश्रम से आठ माह की बच्ची गोद ली।  बच्ची के नाक नक्श तो तीखे थे परंतु वर्ण सांवला , स्वास्थ्य में भी दौर्बल्यता थी। आज बच्ची का नामकरण है।  ” मुक्ता! लेना था तो कोई गोरी … Continue reading शुभंकरी – दीप्ति सिंह