श्रृंगार पर हक सिर्फ़ सुहागन का? – सोनिया निशांत कुशवाहा

Post View 297 “अरे जगत की माँ, सोमू कहाँ है? बारात निकलने का समय हो रहा है।” सीमा जी तेज़ कदमों से सोमू के कमरे में पहुँची, तो उनके कदम सोमू को देख ठिठक गए। हल्के आसमानी रंग की प्लेन सिल्क की साड़ी और गले में सोने की चेन पहने सोमू खुद को आईने में … Continue reading श्रृंगार पर हक सिर्फ़ सुहागन का? – सोनिया निशांत कुशवाहा