“रूप की रोए -कर्म की खाए” – हेमलता गुप्ता

Post Views: 69,993  काफी तपस्या के फल के रूप में जब प्रशांत जी के यहां जुड़वा कन्याओं ने जन्म लिया तो पूरे घर में खुशी की लहर छा गई! उनका परिवार शुरू से ही लड़कियों को लक्ष्मी के रूप में मानता आ रहा था! दो बेटियां पैदा होने के उपरांत भी प्रशांत जी और सभी … Continue reading “रूप की रोए -कर्म की खाए” – हेमलता गुप्ता