शरीफो का किया अन्याय छुप जाता है – स्मिता सिंह चौहान

Post View 231 हाय री मीना ,जरा सुनियों ,किसी बच्चे की रोने की आवाज आ रही है।”चांदनी इधर उधर नजरें घुमाकर देखने लगी। “लगा तो मुझे भी,लेकिन इस कूड़े के ढेर में थोड़ी ना कोई बच्चा होगा।कान बज रहे है हमारे।अब जल्दी पैर बड़ा ,वरना बधाई कोई और ले जायेगा।मुये सब हमारे पेट पर लात … Continue reading शरीफो का किया अन्याय छुप जाता है – स्मिता सिंह चौहान