सावन की पहली बरसात – संगीता त्रिपाठी
Post View 8,286 आकाश में घने मेघ छाये थे, रह -रह कर बिजली कड़क रही थी। रंजना कॉलेज के गेट से बाहर निकली तभी जोर की गर्जना हुई बड़ी -बड़ी बूँदों के साथ बारिश शुरु हो गई। रंजना ठिठक गई, ना पीछे जा सकती ना आगे जा सकती,दो राहे पर खड़ी थी सोच नहीं पा … Continue reading सावन की पहली बरसात – संगीता त्रिपाठी
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed