Post View 29,677 आरव जब छैः वर्ष का था तो दुर्भाग्यवश उसकी माँ का देहांत हो गया। वह छोटा था किन्तु माँ के विछोह का दर्द उसमें उन सबसे कहीं ज्यादा था जो उसकी माँ के लिए शोक व्यक्त करते थे। वे शोक करने से अधिक उसके लिए अधिक संवेदना प्रकट करते थे। “अब इस … Continue reading सौतेली माँ – पूनम अरोड़ा
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