सौ रुपये का बोरा – सीमा पण्ड्या

Post Views: 4 बेटियाँ #पाँचवा जन्मोत्सव, कहानी क्रमांक १ लंबे इंतज़ार और अथक प्रयासों के बाद आख़िर मेरा स्थानांतरण गृह नगर हो ही गया। बहुत ख़ुश थे हम लोग कि अब सभी अपने मित्र, सहयोगियों और रिश्तेदारों के बीच में रहेंगे ।पत्नी भी ख़ुश थी क्योंकि उसका ससुराल के साथ-साथ मायका भी यहीं था। बच्चे … Continue reading सौ रुपये का बोरा – सीमा पण्ड्या