साथ–साथ – विजया डालमिया

Post View 530 जान से प्यारे ,सबसे प्यारे ….प्यार ही प्यार…. आज बड़ा ही अजीब लग रहा है यूँ  तुम से मुखातिब होते हुए। यूँ तो खयालों में तुम्हें लाकर हमेशा ही तुमसे बातें करती रही हूँ ।पर आज खत को माध्यम बना दिल की बातें तुमसे कहना चाहती हूँ ।इजाजत है ना मुझे?पता नहीं … Continue reading साथ–साथ – विजया डालमिया