साथ  –  रीटा मक्कड़

Post View 564 हर रोज उनको देखती हूँ और देखती ही रहती हूं मैं बात कर रही हूं एक बजुर्ग जोड़े की। उनकी उम्र मेरे अंदाज से तो 85 से 90 के करीब तो होगी। हर रोज सुबह मैंअपने घर से थोड़ी दूरी पर सुबह गुरुद्वारा साहब दर्शन के लिए जाती हूँ।ताकि थोड़ा चलना भी … Continue reading साथ  –  रीटा मक्कड़