“सासूमां मैंने मान लिया बहू कभी बेटी नहीं बन सकती…..”। – सिन्नी पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

Post Views: 11 मुस्कान अपने माता पिता की सबसे छोटी बेटी थी।देखने मे सुंदर,गोरा रंग,शर्मीला स्वभाव,संस्कारी आचरण-उसके व्यक्तित्व को आकर्षक बनाते थे। मुसकान का संयुक्त परिवार था।उसके पिता का बड़ा व्यवसाय था तो उसके लालन पालन में कोई कमी नही रखी गयी थी। घर में सबकी लाडली थी वो। अपने दादी बाबा की चहेती,माँ की … Continue reading “सासूमां मैंने मान लिया बहू कभी बेटी नहीं बन सकती…..”। – सिन्नी पाण्डेय : Moral Stories in Hindi