सर्दी की वो शाम… – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 245 चार बजने को हुए तो सलोनी खिड़की बंद करने लगी…उम्र हो रही थी..अब हल्की ठंड भी उसके लिये जानलेवा हो जाती थी, फिर अभी तो दिसम्बर की कड़कती सर्दी है।तुलिका भी काॅलेज़ से आती ही होगी…।खिड़की बंद करते हुए उसकी नज़र अस्तांचल सूरज पर पड़ी जो दिनभर की थकान के बाद विश्राम … Continue reading सर्दी की वो शाम… – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi