सपनों का महल – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

Post View 33,809 प्रेक्षा जब भी अपनी सजी संवरी, गहनों से लदी बुआ को देखती, कहती माँ मैं भी बुआ जैसे ही घर में शादी करूंगी, देखो न बुआ की जिंदगी में ऐश ही ऐश है। और न जाने कब उसकी जुबां पर देवी सरस्वती बैठी।बुआ इस बार रक्षा बंधन पर आई तो बोली, मेरी … Continue reading सपनों का महल – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi