संतान पालो पर उम्मीद मत पालों – डॉ. पारुल अग्रवाल

Post View 2,471 राजेंद्र जी और मनोहर जी बहुत अच्छे दोस्त थे। बचपन से लेकर जवानी तक का साथ रहा। अब उम्र के सांध्य काल में भी एक-दूसरे से गहरी बनती थी। मनोहर जी कई दिन से महसूस कर रहे थे कि राजेंद्र जी बहुत गुमसुम से हैं।दो तीन तक तो उन्होंने सोचा कि राजेंद्र … Continue reading संतान पालो पर उम्मीद मत पालों – डॉ. पारुल अग्रवाल