संस्कार और सम्मान – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 11 “सक्सेना साहब, आपकी बेटी चार पैसे क्या कमाती है, उसका तो दिमाग ही सातवें आसमान पर पहुंच गया है। अपने बड़ों से कैसे बात की जाती है, वह सब भूल गई है। अपने पति तक को वह अपने सामने कुछ नहीं समझती। मुझे तो समझ नहीं आ रहा कि आपने उसे कैसे … Continue reading संस्कार और सम्मान – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi