समझौता – ज्योति अप्रतिम

Post Views: 4 उसे अपनी बच्ची के लिए स्कूल और स्कूल वालों से शिकायतें और शिकायतें रहतीं। कभी बस में सीट न मिल पाना ,कभी अत्यधिक भीड़ ,कभी किसी बच्चे की बोतल से चोट लग गई कभी बैग से !और चोट से कभी आँख में सूजन और कभी दाँत में चोट।   सुनते सुनते श्रीमती … Continue reading  समझौता – ज्योति अप्रतिम