समर्पण – विजय शर्मा

Post Views: 5 रात के साढ़े दस बज रहे थे, स्कूटर स्टेण्ड से उतारकर जैसे ही राजेश ने सामने देखा तो एक बड़ी फोर्ड आइकान  गाड़ी उसके पूरे रेम्प को घेरे खड़ी थी। राजेश ने पास ही बनी पान की दुकान पर जाकर खड़े दो तीन व्यक्तियों से मुखातिब होते हुए कहा “आप में से … Continue reading समर्पण – विजय शर्मा