समझदारी से स्नेह की बुनाई – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 8 इस छोकरी को कितना समझाया कि इन किताबों को छोड़। थोड़ा घर का काम धंधा सीख। पर कोई अच्छी बात पल्ले पड़े तब ना।‌ और जुबान तो कैंची की तरह चले है इसकी। न छोटे का पता है, न बड़े का।‌ मेरे को पहले ही पता था कि सासरे में ये पक्का … Continue reading समझदारी से स्नेह की बुनाई – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi