” सहारा देने वाले ही बेसहारा हो गए ” – अमिता कुचया

Post Views: 6 नीना बहुत खुबसूरत सी लड़की है ,उसकी मां ने उसके बचपन में लोगों के यहां बर्तन धोने का काम किया और उसने भी बड़े ही मुश्किल भरे दिन देखें। आज उसे अपना बचपन याद आ रहा था ।जब मां ने कहा-” तू रश्मि मैम साब के यहां चली जा।” तब नीना ने … Continue reading ” सहारा देने वाले ही बेसहारा हो गए ” – अमिता कुचया