सदा सुहागन – गीता वाधवानी  : Moral stories in hindi

दो वर्षों से बीमार लकवा ग्रस्त पति गोवर्धन दास की दवाई खाकर अभी-अभीआंख लगी थी। भारती देवीने उन्हें सोता हुआ देख कर चैन की सांस खुदभी आराम कुर्सी पर निढाल होकर पसर गई। आखिर उनकी भी तो उमर हो चलीथी।      जब इस घर में ब्याह कर आई थी, मात्र 18 वर्ष की तो थी। तब … Continue reading सदा सुहागन – गीता वाधवानी  : Moral stories in hindi