सच हुए सपने मेरे ” – सीमा वर्मा
Post View 1,392 सामने मंच पर खड़ी मिस ‘ दीप्ति भटनागर’ अपने सीनियर विंग कमांडर से स्वर्ण पदक लेती हुई सुशोभित हो रही है। और नीचे हॉल में लगी कुर्सियों की प्रथम पंक्ति में माँ ‘सुलभा’ और पिता ‘अशोक’ की आंखों से झरझर आंसुओं की धार बह रही है। पूरा हॉल तालियों की गड़गडाहट से … Continue reading सच हुए सपने मेरे ” – सीमा वर्मा
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