*सच्ची आजादी* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 29       शालिनी,तू ही तो है मेरे बचपन की सखी,जिससे मैं हमेशा दिल की बात कर लिया करती हूं।       क्या हुआ शालू,क्या कोई प्रॉब्लम है,जो ऐसे बात कर रही हो?        प्रॉब्लम?शालिनी लगता है मैं घुट घुट कर मर जाऊंगी।         बता ना बात क्या है?        संजीव और शालू दोनो पति पत्नी एवं माँ शकुन्तला, कुल … Continue reading *सच्ची आजादी* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi