सब्र का बांध – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Post View 1,970 ‘अजय तुम्हें पता है कल सुबह सुलभा आ रही है। वह भी रौशन के सम्मान समारोह में जाना चाहती है। रौशन उसका प्यारा भतीजा जो है। और बिना बहिन बेटी के कोई शुभकाम कैसे हो सकता है।’ मालती जी ने उत्साहित होते हुए कहा। अजय ने कहा- ‘माँ यह तो बहुत खुशी … Continue reading सब्र का बांध – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi