सभ्य समाज की असली खुशी या दिखावा – गीतू महाजन

Post View 787 कमली आज बहुत जल्दी में थी।सुबह सवेरे उठकर  उसने सारे काम निपटाए। बाहर के म्युनसीपालिटी के नल से पानी भरकर लाई…बच्चों की रोटी बनाई और पति रामा के लिए टिफिन बना दिया। “अरे आज सुबह से ही क्या खटपट लगा रखी है?”रामा ने आंख मलते हुए पूछा। “रात को ही तो बताया … Continue reading सभ्य समाज की असली खुशी या दिखावा – गीतू महाजन