रोते रोते बस अपनी क़िस्मत को कोसे जा रही थी – सुषमा सुनील कुलश्रेष्ठ : Moral Stories in Hindi
Post Views: 6 सवि विवाह कर ससुराल पहुँची तो उसकी सास नन्दों ने उसका बहुत शानदार स्वागत किया। उसकी सास अपनी बेटियों को कह रही थीं, “तुम्हारी इकलौती भाभी है उसे हमेशा बहुरानी बना कर रखूँगी और तुम दोनों भी ध्यान दो कि उसे क्या चाहिए और मायके की याद कर के वह रोये नहीं।” … Continue reading रोते रोते बस अपनी क़िस्मत को कोसे जा रही थी – सुषमा सुनील कुलश्रेष्ठ : Moral Stories in Hindi
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