रिटायर्ड आदमी की आत्मकथा – सत्य प्रकाश श्रीवास्तव

Post View 534 आप सोच रहे होंगे, “इस आदमी को बेहद खुशनसीब होना चाहिए। साठ साल तक सरकारी माल काटने के बाद अब नाती- पोतों के साथ जीवन का आनंद लेते दिखना चाहिए था। बेटे-बहुओं की हथेली पर इस आदमी के नखरे कुलांचे भरते दिखने थे। पर, यहां ये आदमी इस उम्र में..! ये तो … Continue reading रिटायर्ड आदमी की आत्मकथा – सत्य प्रकाश श्रीवास्तव