“रिश्तों का तड़का” – अनिता गुप्ता

Post View 7,208 ” ये जून की गर्मी, ऊपर से क्लाइंट के साथ मीटिंग ने दिमाग ही गर्म कर दिया है। अब रुचि के हाथ की कोल्ड कॉफी और मां की गोद ही इस गर्मी से राहत दिलायेगें।” सोचते हुए अनिरुद्ध ने घर में कदम रखा । मां को लॉबी में देख बोला, ” अरे … Continue reading “रिश्तों का तड़का” – अनिता गुप्ता