रिश्ते – कंचन श्रीवास्तव 

Post View 320 सम्मान एक ऐसा शब्द है जिसपे सबका समान अधिकार है,फिर  पक्षपात क्यों? जबकि इंसान वो भी है और हम भी , अरे भाई उसके कम पढ़ाई की तो उसे उसी लायक काम भी ढूंढ़ना पड़ा और हमने ज्यादा तो हम किसी कंपनी, स्कूल या फैक्ट्री या कह लो सरकारी मुलाजिम है । … Continue reading रिश्ते – कंचन श्रीवास्तव