रिश्ता भाई भाइयों का – प्राची_अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Post View 5,041 रमा ने शुरू से अपनी ही चलाई। मायके में भी सबसे बड़ी रही तो वहां पर भी सब पर रौव जमाती थी। धीरे-धीरे अंहकार भी मन में बड़ा होने लगा। शादी करके ससुराल आई तो यहां भी बड़ी बहू का ओहदा मिला। मायके में तो खाता-पीता घर था लेकिन ससुराल में तो … Continue reading रिश्ता भाई भाइयों का – प्राची_अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi