रिहाई (भाग 4) – अंजू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 1,126  राजन को मुंबई गए हफ्ते से ज्यादा हो गया था । इस बीच उसने खुद कोई फ़ोन भी न किया था । जब भी देवप्रिया ने फ़ोन किया , उसे लगा की राजन के मन में कोई कशमकश चल रही है । नई नौकरी और खुद को काबिल साबित करने की टेंशन … Continue reading रिहाई (भाग 4) – अंजू गुप्ता : Moral Stories in Hindi