रक्तदान-महादान  – सीमा वर्मा

Post Views: 2 कॉलेज की बार्षिक परीक्षा खत्म हो चुकी है। महीने के आखरी हफ्ते के शनिवार  की सुबह। दिसम्बर की सर्दियों में ‘शेफाली’ अभी बिस्तर में ही है। जब मोबाइल की घंटी बज उठी, शेफाली यह सोच कर कि, “कंही कोई आवश्यक फोन ना हो ? “ बहुत मुश्किल से लिहाफ से सिर निकाल  … Continue reading रक्तदान-महादान  – सीमा वर्मा