रक्षक – कमलेश राणा

Post View 338 एक दिन हम स्कूल से लौट रहे थे कि एक जगह भीड़ देख कर रुक गए,,वहां लोग अधेड़ उम्र के पुरुष को पीट रहे थे,,   पूछने पर पता चला कि  वह रेल्वे स्टेशन के पास बने छोटे से होटल पर चाय पी रहा था,,अभी-अभी पैसेंजर से उतरा था,,वो एक बड़ा सा … Continue reading रक्षक – कमलेश राणा