” रक्षाबंधन” – गोमती सिंह

Post Views: 6 ——सुबह के 8:00 बज रहे थे पावन महीना सावन फिर पूर्णमासी का दिन था मां सुबह 6:00 बजे भोर से ही    उठ कर नहा धोकर अपने बच्चों के लिए खीर पूरी बना रही थी दोनों लड़कियां भी उठकर नहा धोकर तंग  तैयार हो गई थी। अपने दोनों छोटे छोटे भाइयों को … Continue reading  ” रक्षाबंधन” – गोमती सिंह