रक्षा सूत्र – सुधा शर्मा

Post View 211 ‘कुछ रिश्ते सिर्फ़ चाहतों के रिश्ते होते हैं  , रूह में बसे रूहानी रिश्ते होते है।           ऐसा ही तो रिश्ता था सुमि और समीर का। न राह एक , न मंजिल , समीर की अपनी जिम्मेदारियां और सुमि की अपनी तन्हा जिंदगी । बस शब्दों और स्वरों का रिश्ता था दोनों के … Continue reading रक्षा सूत्र – सुधा शर्मा