Post View 167 ‘कुछ रिश्ते सिर्फ़ चाहतों के रिश्ते होते हैं , रूह में बसे रूहानी रिश्ते होते है , दिल के रिश्ते होते है। ऐसा ही तो रिश्ता था सुमि और समीर का। न राह एक , न मंजिल , समीर की अपनी जिम्मेदारियां और सुमि की अपनी तन्हा जिंदगी । बस शब्दों और … Continue reading रक्षा सूत्र – सुधा शर्मा
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