Post View 2,789 राजो की आंखो में बरसों पहले के दृश्य उभर रहे थे ।कितने चाव से गौना करवा कर लाया था पति हरि । मेहदी से चूड़ियों से सजे हाथ , अपने आप को कितना भाग्यवान समझती थी इतने प्यार करने वाले पति को पाकर। और फिर उस दिन एंटीना ठीक करने छत पर … Continue reading राजो – सुधा शर्मा
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