रायपुर वाली भौजी – सुबोध चतुर्वेदी  : Moral Stories in Hindi

Post Views: 2 सुबह अचानक भाई का फोन  आया ,चाय का प्याला हाथ में लिये मैंने रिसीवर कान से लगाया ,दूसरी ओर से भाई का स्वर था—सुनो ,रात को रायपुर वाली नहीं रही .क्या,कैसे ? कैसे क्या कितनी बीमार चल रहीं थी एक तरह से जी गईं समझो “.मैंने स्वगत ही कहा—हां सचमुच जी गईं … Continue reading रायपुर वाली भौजी – सुबोध चतुर्वेदी  : Moral Stories in Hindi