रब है दोस्ती – *नम्रता सरन”सोना”*
Post View 347 “अब कहां गए, आपके वह तथाकथित दोस्त, जिनके लिए आप एक पैर पर तैयार बैठे रहते हैं, कोई एक नज़र नहीं आता, पूछा किसी ने आपसे,कि इतने समय से फैक्ट्री बंद पड़ी है,तुम्हारा घर कैसे चलता है, किसी ने टोह तक नहीं ली, बाकी सब तो ठीक है, निमेष की फीस का … Continue reading रब है दोस्ती – *नम्रता सरन”सोना”*
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