प्यार सबके नसीब में कहां…

Post View 1,198 दिल तो आखिर दिल है, इस दिल पर किसका जोर है, कभी कभी बस दूरियां और कुछ यादों की एक डोर है. यह कहानी अभिमन्यु और नित्या की है. जो जुड़ कर भी पास नहीं है.  “क्या बात है नित्या आजकल तुम बड़ी खुश और खिली खिली सी रहती हो? और देख … Continue reading प्यार सबके नसीब में कहां…