* प्यारे पापा * – मधु शुक्ला

Post Views: 5 वंदिता सबसे बड़ी थी, उससे छोटी नम्रता और प्रेरणा थीं। तीनों बहनें हर प्रकार से योग्य थीं। घर के काम हों या पढ़ाई लिखाई सभी में होशियार। माँ बाप कीं लाड़लीं लेकिन परिजनों और पड़ोसियों की आँख की किरकिरी थीं वे। कारण जो गुण उनके बेटों में नहीं थे। वे उनमें मौजूद … Continue reading * प्यारे पापा * – मधु शुक्ला