प्यार के दो चार दिन – निभा राजीव “निर्वी” : Moral Stories in Hindi

Post View 12,793 प्रशांत ने जैसे ही कार्यालय में प्रवेश किया प्रतिदिन की भांति सदानंद बाबू उसे देखकर मृदुलता से मुस्कुरा दिए।  सदानंद बाबू इस कार्यालय के सबसे वरिष्ठ कर्मचारी थे। अब सेवानिवृत होने में उन्हें बस 4 महीने बचे थे, इसलिए कार्यालय में सभी उनका बहुत सम्मान करते थे। और उनका व्यवहार भी सभी … Continue reading प्यार के दो चार दिन – निभा राजीव “निर्वी” : Moral Stories in Hindi