पुश्तैनी काम नहीं मर्ज़ी की काम – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Post View 77 आज रमाकान्त जी को बहुत ज़रूरी काम से कहीं जाना था वही दुकान पर बहुत भीड़ देख कर रमाकान्त जी अपने सबसे पुराने और वफ़ादार कर्मचारी सूरजमल को बुला कर बोले ,”देखो सूरज आज दुकान का ध्यान रखना ,बहुत भीड़ है ,सब सँभाल लेना मुझे जरा ज़रूरी काम से कहीं जाना है… … Continue reading पुश्तैनी काम नहीं मर्ज़ी की काम – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi