प्रेम का एक रूप यह भी – वीणा

Post View 447 ये फगुनिया,कब आई ससुराल से –बालचन ने टहोका मारते हुए पूछा… फगुनिया कुछ नहीं बोली बस डबडबाई आँखों से बालचन की तरफ देखती रही। ये फगुनिया–ई तोहार आँख में आँसू…का हो गया, कऊनो बात हो गई का ससुराल में।इस बार सहानुभूति पाकर फगुनिया फूट पड़ी और बोली –साल भर में एक बार … Continue reading प्रेम का एक रूप यह भी – वीणा