प्रेम – अंजू खरबंदा  

Post View 286 शादी को पांचवा बरस हो चला था पर वैशाली को माँ बनने का सौभाग्य न मिला था । सास ससुर परिवार वाले  रह रहकर तानों के बाण चलाते जिससे छलनी हो होकर बिन पानी मीन की तरह तड़प उठती वैशाली।    उस की ये हालत देख विवेक बहुत दुखी होता पर माता … Continue reading प्रेम – अंजू खरबंदा