प्रेम – अंजू खरबंदा  

शादी को पांचवा बरस हो चला था पर वैशाली को माँ बनने का सौभाग्य न मिला था । सास ससुर परिवार वाले  रह रहकर तानों के बाण चलाते जिससे छलनी हो होकर बिन पानी मीन की तरह तड़प उठती वैशाली।  उस की ये हालत देख विवेक बहुत दुखी होता पर माता पिता के आगे मुंह … Continue reading प्रेम – अंजू खरबंदा