प्रायश्चित – प्रियंका त्रिपाठी’पांडेय’ : Moral stories in hindi

Post Views: 5 सुबह सुबह फोन की घंटी बज रही थी.राजन राधिका से कहता है.उठो..जाओ देखो किसका फोन है.नही मुझे सोने दो..जाओ तुम देख लो.अरे इतनी सुबह किसका फोन आ गया..राजन फोन उठाता है..”हैलो” उधर से आवाज आती है बेटा मैं मम्मी बोली रही हूं. आज शहर आई थी कुछ काम से काम तो पूरा … Continue reading प्रायश्चित – प्रियंका त्रिपाठी’पांडेय’ : Moral stories in hindi