*प्रायश्चित* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 326        देखो,अजीत मुझे अब अपने बेटे की पढ़ाई के लिये अपनी जमीन का कुछ हिस्सा बेचना पड़ेगा,सो अब मेरी जमीन को बैंक से मुक्त करा दो।        वो तो ठीक है,पर सुशील मेरे पास अभी रुपयों की व्यवस्था नही है, इसलिये बैंक से अभी जमीन मुक्त नही हो पायेगी।        पर अब तो तुम्हारा काम … Continue reading *प्रायश्चित* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi